LPG Gas New Rate: केंद्र सरकार ने एलपीजी गैस सिलेंडर के मूल्य में वृद्धि की घोषणा कर दी है। अब 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इस वृद्धि के साथ, जो सिलेंडर पहले 803 रुपए में मिलता था, वह अब 853 रुपए में मिलेगा। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को भी अब अपने घरेलू गैस सिलेंडर के लिए अधिक रकम चुकानी होगी, जिससे उनके लिए एक सिलेंडर की कीमत 555 रुपए हो गई है। यह नई कीमतें 7 अप्रैल की रात से पूरे देश में लागू कर दी गई हैं।
मूल्य वृद्धि के पीछे का कारण
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एलपीजी गैस की कीमतों में वृद्धि के पीछे के कारणों पर प्रकाश डाला है। उन्होंने बताया कि यह वृद्धि तेल विपणन कंपनियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए की गई है। इन कंपनियों को एलपीजी गैस के कारण लगभग 43,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई के लिए यह कदम उठाया गया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मूल्य वृद्धि का असर सिर्फ एलपीजी गैस के उपभोक्ताओं पर ही पड़ेगा, पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ताओं पर इसका कोई प्रभाव नहीं होगा।
विभिन्न शहरों में एलपीजी गैस के नए दाम
एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम पूरे देश में बढ़ाए गए हैं, लेकिन अलग-अलग शहरों में इसके मूल्य में थोड़ा अंतर है। राजधानी दिल्ली में जहां एलपीजी सिलेंडर की कीमत 803 रुपए से बढ़कर 853 रुपए हो गई है, वहीं मुंबई में यह 802.50 रुपए से बढ़कर 852.50 रुपए हो गई है। कोलकाता में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 829 रुपए से बढ़कर 879 रुपए हो गई है, जबकि हैदराबाद में इसकी कीमत 855 रुपए से बढ़कर 905 रुपए हो गई है। भुवनेश्वर में भी गैस सिलेंडर के दाम 829 रुपए से बढ़कर 879 रुपए हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 800.50 रुपए से बढ़कर 850.50 रुपए हो गई है। चंडीगढ़ में भी एलपीजी सिलेंडर के दाम में 50 रुपए की वृद्धि हुई है, जिससे यहां सिलेंडर की कीमत 812.50 रुपए से बढ़कर 862 रुपए हो गई है। गुड़गांव के उपभोक्ताओं को अब एक सिलेंडर के लिए 811.50 रुपए के बजाय 861.50 रुपए देने होंगे।
पेट्रोल और डीजल के दामों पर क्या है स्थिति
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने एलपीजी गैस के साथ-साथ पेट्रोल और डीजल की कीमतों के बारे में भी जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्क में 2 रुपए की वृद्धि की गई है, लेकिन इस वृद्धि का बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा। उन्होंने यह भी बताया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव घटकर 60 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया है, जबकि जनवरी में यह 83 डॉलर प्रति बैरल था और बाद में 75 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था।
भारत की तेल विपणन कंपनियां आमतौर पर 45 दिनों तक का स्टॉक अपने पास रखती हैं, इसलिए अंतरराष्ट्रीय कीमतों में होने वाले बदलाव का असर तुरंत नहीं दिखता। हालांकि, वैश्विक मूल्य के आधार पर भारत में भी पेट्रोल और डीजल के दाम कम होने की संभावना है। तेल विपणन कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझानों के आधार पर ही इन ईंधनों की कीमतों में बदलाव करेंगी।
आम जनता पर पड़ने वाला प्रभाव
एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में हुई इस वृद्धि का सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा, विशेषकर उन परिवारों पर जो खाना पकाने के लिए पूरी तरह से गैस पर निर्भर हैं। 50 रुपए की यह बढ़ोतरी महीने के खर्च में इजाफा करेगी, जिससे मध्यम वर्गीय और निम्न आय वर्ग के परिवारों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। हालांकि, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को सब्सिडी का लाभ मिलता रहेगा, लेकिन उन्हें भी अब अधिक रकम चुकानी होगी।